
21 जुलाई को बांग्लादेश वायुसेना का एक F-7 BGI ट्रेनर जेट ढाका के दियाबारी इलाके में स्थित माइलस्टोन स्कूल और कॉलेज परिसर पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
इस हादसे में अब तक 29 लोगों की मौत और 100 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं।
इंसानियत भरी पहल
घटना के तुरंत बाद भारत सरकार हरकत में आई। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने जानकारी दी कि भारत ने एक मेडिकल टीम ढाका भेजी है जिसमें:
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2 विशेषज्ञ डॉक्टर – राम मनोहर लोहिया और सफदरजंग अस्पताल से
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1 नर्सिंग सहायक शामिल हैं
यह टीम घायलों के इलाज और स्थानीय मेडिकल स्टाफ की मदद के लिए 23 जुलाई की शाम को ढाका पहुंची।
पीएम मोदी का भरोसा और समर्थन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे के बाद बांग्लादेश को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया था। यह मेडिकल सहायता उसी के तहत भेजी गई है। भारत का यह कदम दोनों देशों के रिश्तों में इंसानियत और भरोसे की मिसाल पेश करता है।
भारत के कौन से अस्पताल भेजे गए डॉक्टर?
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राम मनोहर लोहिया अस्पताल (नई दिल्ली)
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सफदरजंग अस्पताल (नई दिल्ली)
ये दोनों भारत के प्रतिष्ठित सरकारी अस्पताल हैं, जहां से अनुभवी मेडिकल प्रोफेशनल्स की टीम रवाना की गई है।
सहयोग की नई मिसाल
यह केवल मेडिकल मदद नहीं, बल्कि पड़ोसी देशों के बीच भरोसे और सहयोग की मिसाल है। भारत का यह मानवीय कदम केवल घायलों के इलाज तक सीमित नहीं, बल्कि सौहार्दपूर्ण अंतरराष्ट्रीय संबंधों को भी मज़बूत करता है।
भारत ने एक बार फिर संकट की घड़ी में इंसानियत की मिसाल पेश की है। बांग्लादेश के लोग भारत की इस सहायता को कभी नहीं भूलेंगे।